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देख मैं कितना बढ़ा डीठ और बेशर्म हूँ ।

vechar veethica
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संसद में सांसदों को घूस दे कर सरकार बचाने के विकिलीक्स के खुलासे पर बहस में भाग लेते हुए प्रधानमंत्री ने एक शैर पढ़ा

“माना की तेरी दीद के काबिल नहीं हूँ में

तू मेरा शौक देख , मेरा इंतजार देख । ”

प्रधानमंत्री देश से क्या कहना चाहते हैं ? क्या यह कि ‘ देख मैं कितना बढ़ा डीठ और बेशर्म हूँ । ‘

जियादा अच्छा होता वोह इस शैर को इस प्रकार कहते

” माना की अब किसी भी दाद काबिल नहीं हूँ मैं ,

तू विकिलीक्स के खुलासे न देख ,

मेरी जिद देख , मेरी बेशर्मी देख । ”

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